• 28 Apr, 2025

बीजापुर में दिनभर मुठभेड़, महिला सहित 11 नक्सली ढेर

बीजापुर में दिनभर मुठभेड़, महिला सहित 11 नक्सली ढेर

● फोर्स की बड़ी कामयाबी- 17 नक्सलियों के मारे जाने की अपुष्ट जानकारी ● मौके से एलएमजी, एके -47, बीजीएल लांचर समेत विस्फोटकों का जखीरा मिला ● कुछ नक्सली नेताओं के मारे जाने की भी खबर है.. ● राज्य के इतिहास में पहली बार नक्सलियों को इतनी बड़ी क्षति.. ● बीजापुर के गंगालुर थाना क्षेत्र के कोरचोली गांव के जंगलों में हुई मुठभेड़

जगदलपुर, बीजापुर। प्रदेश के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों के साथ 2 अप्रैल को हुई मुठभेड़ में एक महिला समेत 11 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है , अपुष्ट जानकारी के मुताबिक मरने वाले नक्सलियों की कुल संख्या 17 बताई गई है।  बस्तर संभाग में पहली बार सुरक्षा बलों को बिना किसी तरह के नुकसान के इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों के मारे जाने की सूचना है।

मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों के शव बरामद कर लिये गए हैं और उनकी शिनाख्त की जा रही है। घटना स्थल से पुलिस ने एक एलएमजी आटोमेटिक हथियार, बीजीएल लांचर, भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और दैनिक उपयोग की सामग्री का जखीरा बरामद किया है। डीआरजी , सीआरपीएफ कोबरा और बस्तर बटालियन के जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ सुबह 6 बजे शुरू हुई थी जो 2 अप्रैल को देर शाम तक जारी रही। बीजापुर  जिला बस्तर लोकसभा क्षेत्र में आता है। यहां 19 अप्रैल को आम चुनाव के पहले चरण में मतदान होगा। सूत्रों का कहना है कि सर्चिंग पर निकली फोर्स को नक्सलियों के समूह के साथ बड़े नक्सली नेता पापा राव समेत तीन अन्य नेताओं के होने की भी सूचना थी। यह  खबर लिखे जाने तक साफ नहीं हो पाया था कि मारे गए नक्सलियों में इनमे से कोई नेता था भी या नहीं।

बताया गया है कि मुठभेड़ में मारी गई डीवीसी मेंबर और भोरमदेव एरिया कमेटी की इंचार्ज क्रांति मुचाकी के शव के पास से एक एके -47  एसाल्ट रायफल मिली  है। हालांकि इसकी अधिकृत पुष्टि पुलिस ने खबर लिखे जाने तक यानी दूसरे दिन तक नहीं की थी। हालांकि पुलिस ने मिले हुए शवों के अलावा और भी नक्सलियों के मारे जाने व घायल होने का दावा किया है। ऑटोमेटिक हथियारों की मौजूदगी से और भी नक्सलियों और उनके नेताओं के मारे जाने की संभावना जताई जा रही है।

कहा जा रहा है कि मारे गए लोगों में नक्सलियों के पीएलजीए कंपनी नंबर -2 के होने की संभावना है।  बस्तर आई जी सुंदरराज पी ने बताया था कि सूचना मिली थी कि गंगालुर थाना क्षेत्र के  नेंड्रा गांव में नक्सलियों ने कथित रूप से अपना अस्थायी ठिकाना बना रखा है। फौरन ही डीआरडी, एसटीएफ,  कोबरा एवं सीआरपीएफ की एक संयुक्त पार्टी रवाना की गई थी जिसने योजनाबध्द तरीके से इलाके की घेरेबंदी शुरु कर दी थी। दल जब कोरचोली गांव के जंगल में ही था नक्सलियों ने 2 अप्रैल की सुबह सुरक्षाबल के जवानों पर गोलीबारी शुरु कर दी।  इसी के बाद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की । पुलिस के वरिष्ठ अफसरों ने बताया कि कुछ देर तक दोनों ओर से गोलीबारी होती रही फिर नक्सली वहां से भाग गए। बाद में जब घटना स्थल की तलाशी ली गई तब वहां से एक महिला नक्सली सहित 10 लोगों के शव बरामद हुए। पुलिस ने मुठभेड़ की अवधि और गोलीबारी  से अनुमान लगाया कि इसमें कई और नक्सलियों के घायल  होने की संभावना है। मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है। प्रथम दृष्टया लग रहा है कि मारे गए नक्सली माओवादियों के पीएलजीए ( पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी ) के कंपनी नंबर दो के सदस्य हैं। 

बालाघाट में दरभा घाटी कांड के मास्टर माइंड की पत्नी मारी गई

मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में केराझरी के जंगलों में सोमवार  यानी 1 अप्रैल की रात मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने दो इनामी नक्सलियों सजंती उर्फ क्रांति सहित रघु उर्फ शेर सिंह को मार गिराया । घटना  स्थल से एक एके-47 एसाल्ट रायफल, एक 12 बोर के रायफल सहित रोजाना के इस्तेमाल की कुछ चीजें बरामद की गई हैं। सजंती बस्तर में 25 मई 2013 में हुए भीषण नक्सली हमले के मास्टर माइंड सुरेंद्र की पत्नी थीं। सुरेंद्र इस वक्त नक्सलियों के नए डिविडन एमएमसी या महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का सचिव है। जहां उसने अपना नाम कबीर रख लिया है। 38 साल की सजंती पर 29 लाख और रधु पर 14 लाख रुपये का इनाम रखा गया था। सजंती मूलरूप से बीजापुर की ही रहने वाली थी। 

इस साल 43 नक्सली मारे गए

पुलिस के अनुसार इससे पहले सुरक्षाबलों ने 27 मार्च को बीजापुर के बासागुड़ा इलाके में मुठभेड़ में छह नक्सियों को मार गिराया था। पुलिस के अफसरों ने बताया कि इस घटना के साथ इस साल अब तक बीजापुर जिले सहित बस्तर क्षेत्र में सुरक्षाबलों के साथ अलग-अलग क्षेत्र में मुठभेड़ों में 43 नक्सली मारे गए हैं। इसी दौरान 181 नक्सली गिरफ्तार भी किए गए हैं और इन्हीं में से 120 ने आत्म समर्पण भी किया था।

नक्सलियों के मांद में घुसी फोर्स, जहां बहुत घना जंगल है

कोरचोली गांव से लगे जंगल के जिस हिस्से में मुठभेड़ हुई है उसे नक्सलियों का मांद कहा जाता है। गंगालुर और बासागुड़ा के बीच पड़ने वाला इलाका बचेली के पहाड़ के नीचे का हिस्सा है,यहां बहुत ही सघन जंगल है। अब फोर्स लगातार इन्हीं इलाकों में सुरक्षा कैंप खोलती जा रही है।

आदिवासी नेता सरजू टेकाम के घर से मिली नक्सली सामग्री --

मानपुर। आदिवासी नेता सरजू टेकाम के घर से नक्सली सामग्री बरामद की गई है। पुलिस ने बताया इसी के बाद सरजू को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस टीम ने मुखबिर टीम से मिली सूचना के आधार पर गांव कलवर निवासी आदिवासी नेता सरजू टेकाम ( 54 साल) के घर दबिश दी थी। जहां से पुलिस को नक्सली पर्चा, नक्सली साहित्य, बारुद, कॉर्डेक्स वायर, डेटोनेटर और बैटरी आदि बरामद हुए हैं। इसके बाद सरजू को एनआईए कोर्ट बिलासपुर में पेश किया गया । पता चला है कि आदिवासी नेता सरजू टेकाम के खिलाफ पूर्व में भी विभिन्न थानों में जनसुरक्षा अधिनियम के तहत पांच अपराध पंजीबध्द हैं।