• 28 Apr, 2025

भूपेश के सलाहकार ने 3 को भेजा मानहानि का नोटिस..

भूपेश के सलाहकार ने 3 को भेजा मानहानि का नोटिस..

• सार्वजनिक माफी मांगने की मांग करते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी • ईडी की पूरी कार्रवाई ही राजनीति प्रेरित -विनोद वर्मा • केदारनाथ गुप्ता और अनुराग अग्रवाल को भी नोटिस

रायपुर। ठीक चुनाव के बीच में ऑन लाइन गेंम्बलिंग ( महादेव सट्टा एप) मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा ने भाजपा के  राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक सिध्दार्थ नाथ सिंह समेत प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता व उनके साथ सह मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल को गुरुवार 9 नवंबर को मानहानि का नोटिस भेजा है। वर्मा ने नोटिस का जवाब देने के लिए पांच दिनों का समय दिया है।  साथ ही सार्वजनिक माफी मांगने की मांग करते हुए आगे कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।  

    9 नवंबर गुरुवार को राजधानी के कांग्रेस मुख्यालय ( राजीव भवन) में एक प्रेस वार्ता के जरिये पिछले दिनों भाजपा द्वारा मीडिया के सामने लाये गए महादेव सट्टा एप के प्रमोटर्स शुभम सोनी के वीडियो को लेकर अपनी आपत्ति जताई है। साथ ही वर्मा ने प्रवर्तन निदेशालय इनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) की पूरी कार्रवाई को ही राजनीति से प्ररित बताते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि खराब करने और उनके (विनोद वर्मा) के खिलाफ एक बड़ी साजिश करार दिया है।  श्री वर्मा ने मनी लांड्रिंग मामले में जांच कर रही ईडी की पूरी कार्रवाई को राजनीति से प्ररित करार देते हुए दर्जनों सवाल खड़े कर दिये हैं। उन्होंने यह आरोप लगाया कि ईडी जांच के बहाने कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित कर रही है।  उनकी योजना और मंशा है कि किसी भी तरीके से मुख्यमंत्री और उनके करीबियों को लपेटा जा सके। 

      उन्होंने बताया कि जब उनके निवास में ईडी ने छापा मारा साथ ही दो ओएसडी आशीष वर्मा ओर मनीष बंछोर के यहां छापा मारा गया ओर बयान दर्ज किया गयो तो उस समय कुछ  नहीं मिला तो विजय भाटिया के घर छापा मारने पहुंच गए, लेकिन वहां भी ईडी को कुछ भी हासिल नहीं हुआ।  

    वर्मा ने कहा कि ठीक चुनाव के वक्त महादेव सट्टा एप मामले में शुभम सोनी का वीडियो टेप जारी कर एक नया षड्यंत्र रचा गया है साथ ही उन्होंने यह भी कहा जबकि ईडी की पूरी चार्ज शीट में शुभम सोनी का कहीं कोई नाम ही नहीं है। 

वर्मा ही विनोद वर्मा ही बताना होगा आधार 

श्री वर्मा ने कहा कि शुभम सोनी वाले वीडियो में भाजपा के  राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक सिध्दार्थ नाथ सिंह ने पिछले दिनों एक प्रेस वार्ता की और उसमें शुभम सोनी का वह कथित वीडियो भी दिखाया जिसमें वह वर्मा जी कहता हुआ दिख रहा है। लेकिन सिध्दार्थ नाथ सिंह बिना नतीजे के ही इसे ( विनोद वर्मा) कह रहे थे जबकि छत्तीसगढ़ में तो लाखों की संख्या में वर्मा होंगे और इनमें से हजारों लोगों को वर्मा के नाम से पुकारा जाता है। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा के राष्ट्रीय समन्वयक किस आधार पर इस नतीजे पर पहुंच गए कि वह वर्मा जी और कोई नहीं बल्कि विनोद वर्मा ही हैं। 
   श्री वर्मा ने कहा कि वह किसी शुभम सोनी को नहीं जानते भाजपा ने उन्हे बदनाम करने के लिए एक कुत्सित राजनीतिक चाल चली है। इसलिए 8 नवंबर को उन्होंने अपने अधिवक्ता के जरिये तीनों भाजपा नेताओं को मानहानि का नोटिस भेजा है।

ईडी ने दिया भाजपा को चुनावी हथियार 

वर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया है कि ईडी को भाजपा ने चुनावी हथियार बना लिया है। उन्होंने ईडी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे भाजपा के एम्बेडेड डिटेक्टिव्स यानी  ईडी अभी अपने आकाओं के खिलाफ कार्रवाई तो दूर की बात सोच भी नहीं सकती। यही वजह है कि ईडी ने इस बारे में अभी तक कोई प्रेस नोट तक जारी नहीं किया है कि रवि उप्पल के भाई राहुल उप्पल भाजपा के किन नेताओं के साथ तस्वीरों में दिखाई दे रहे हैं। इसी तरह सौरभ चन्द्राकर की फोटो भाजपा के किस नेता के साथ मिली है,जिस व्यक्ति से करोड़ों की रकम बरामद हुई है। उसकी फोटो भी भाजपा के एक बड़े नेता के साथ है। तो सवाल यह उठता है कि यदि ऐसा हो तो उनसे क्यों पूछताछ नहीं हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इन सभी सवालों के जवाब अभी नहीं मिलेंगे क्योंकि अभी चुनावों का समय है।