राजिम (निरंतर पहल )। माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक लगने वाले 15 दिवसीय राजिम कुंभ कल्प मेला का 8 मार्च को समापन हो गया। इस अवसर पर मुख्यअतिथि छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पवित्र नगरी राजिम के कुंभ मेले में शामिल होकर मुझे आत्मिक प्रसन्नता हो रही है। राजिम मेले में पधारे समस्त संतों, विद्वानों और धर्म गुरुओं को मैं प्रणाम करता हूँ। यह हमारे लिए गौरव का विषय है कि देश के प्रतिष्ठित आचार्यों, साधु-संतों, महामंडलेश्वरों और महात्माओं का आगमन राजिम में हुआ है। उन्होंने कहा कि संतों के दिखाए मार्गों पर चलने से ज्ञान की प्राप्ति होती है और जीवन में सकारात्म्क बदलाव आता है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश के हृदय स्थल में महानदी, पैरी और सोंढूर नदियों के त्रिवेणी संगम पर स्थित पवित्र नगरी राजिम छत्तीसगढ़ के प्रयागराज के रूप में प्रतिष्ठित प्रमुख तीर्थ स्थल है। इस वर्ष 24 फरवरी माघ पूर्णिमा से राजिम कुंभ कल्प मेले का आयोजन छत्तीसगढ़ शासन के पर्यटन संस्कृति और धर्मस्व विभाग द्वारा किया गया था। इस मेले का आठ मार्च को समापन हो गया। उन्होंने कहा यहां पर कलाकारों का संगम, श्रध्दालुओं की असीम आस्था और संतों के आशीर्वाद से राजिम कुंभ मेले ने देश में अपनी विशेष पहचान बनाई है।
इस मेले में छत्तीसगढ़ शासन के अनेक विभागों ने अपनी -अपनी प्रदर्शनी लगाई थी जहां शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं से अवगत होकर नागरिक लाभान्वित होते रहे। राज्यपाल हरिचंदन को राजिम कल्प कुंभ लोक आस्था की संगम पुस्तिका भेंट की गई। समापन समारोह में धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, सांसद चुन्नीलाल साहू,राजिम विधायक रोहित साहू, रायुपर उत्तर के विधायक पुरंदर मिश्रा , राजिम नगर पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती रेखा सोनकार, प्रबंध संचालक जितेन्द्र शुक्ला,कलेक्टर दीपक अग्रवाल, एसएसपी-अमित तुकाराम कांबले सहित देशभर से आए साधु संत, महामंडलेश्वर सहित बड़ी सख्या में आम लोग व श्रध्दालु मौजूद थे।
- राजिम कल्प कुंभ का था सभी को इंतजार- उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा
समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि 5 साल बाद फिर हम सभी इस भव्य आयोजन के साक्षी बने हैं। सभी इसी इंतजार में थे कि राजिम कुंभ का फिर से आयोजन होना चाहिए। उन्होंने इस भव्य कल्प कुंभ मेले के लिए मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का आभार जताया और कहा कि आज 8 मार्च है और माता शक्ति स्वरूपा का दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस और भगवान शिव का दिवस महाशिव रात्रि है। कहा कि यह ब्रह्माण्ड के सृजन का दिन है। उन्होंने सभी को राजिम कुंभ कल्प की बधाई देते हुए कहा कि राजिम कुंभ में पहुंच कर कृतार्थ हुए ।
- साधु -संतों के आशीर्वाद से संपन्न हुआ राजिम महोत्सव - मंत्री बृजमोहन
समापन समारोह में संस्कृति, पर्यटन और धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि 5 साल बाद फिर से राजिम कुंभ कल्प मेले का भव्य आयोजन हुआ। यह सब साधु -संतो के आशीर्वाद से सम्पन्न हुआ। मंत्री ने सभी साधु-संतों को प्रणाम करते हुए उनका अभिवादन किया। राजिम कुंभ कल्प में देशभर के साधु महात्मा और महामंडलेश्वरों ने शामिल होकर सद्गुणों की अमृतवर्षा की। उन्होंने कहा पूरे देश में नदियों को बचाने में जुटी साध्वी प्रज्ञाभारती का मैं आभार व्यक्त करता हूँ।
मंत्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की जन्मभूमि है, प्रभु श्री राम का वनगमन मार्ग है यह बात पूरे देश को पता चल सके इस उद्देश्य से राजिम कुंभ कल्प का आयोजन किया जा रहा है। कहा कि धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण है राजिम। राजिम कुंभ में इस वर्ष 20 लाख से अधिक श्रध्दालु शामिल हुए। प्रयागराज के बाद मध्यभारत में यदि कोई प्रयागराज है तो वह राजिम में है। यहां हजारों साल पुराने प्राचीन मंदिर है, ऋषि मुनियों का आश्रम है। राजिम धार्मिक सांस्कृतिक महत्वों के लिए पूरे देश में विशेष स्थान रखता है।
राजिम कुंभ के दौरान संगम नगरी राजिम कुंभ कल्प में अयोध्या धाम का आकर्षक वैभव दिखा। इस वर्ष 2024 का राजिम कुंभ कल्प रामोत्सव के रूप में मनाया गया।